म्यूचुअल फंड क्या है? म्युचुअल फंड के प्रकार, फायदे और नुकसान – Mutual Funds In Hindi

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Mutual fund kya hai , Mutual fund me invest kaise kare , म्यूचुअल फंड के नुकसान, Mutual fund meaning in Hindi  – आज के समय पर ऑनलाइन इन्वेस्टिंग बहुत ही आसान हो चुका है और हर कोई व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन इन्वेस्ट कर सकता है आज के समय पर लोग बहुत ज्यादा कंफ्यूज होते हैं कि शेयर मार्केट और म्युचुअल फंड क्या है क्या शेयर मार्केट और म्युचुअल फंड दोनों ही एक होते हैं

काफी लोगों को म्युचुअल फंड के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है जिसको लेकर वह कंफ्यूज होते हैं और मार्केट में विभिन्न प्रकार के दूसरे फंड्स में वह पैसा लगा देता है जिसके कारण उसका पैसा डूब जाता है औरनुकसान उठाना पड़ता है

अगर आप भी जानना चाहते हैं म्यूचुअल फंड क्या है म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट कैसे करें म्युचुअल फंड के प्रकार तो आप एकदम सही जगह पर आए हैं और आप आज के इस लेख में जाने वाले हैं म्यूचुअल फंड के बारे में विस्तार से 

म्युचुअल फंड क्या है  Mutual Funds In Hindi

Table of Contents

म्युचुअल फंड क्या है ? Mutual Funds In Hindi ?

म्युचुअल फंड एक विशेष तरह का निवेश का माध्यम होता है जिसमें लोग अपना पैसा कुछ समय के लिए इन्वेस्ट करके बदले में अच्छा रिटर्न प्राप्त करते हैं यह सीमित समय के लिए होता है सभी लोगों के द्वारा  निवेश किए गए  धन के इस पारस्परिक संग्रह को म्यूच्यूअल फंड नाम दिया गया है इस म्यूच्यूअल फंड्स का उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों में इन्वेस्टमेंट करने एवं अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिए किया जाता है

सामान्य सूत्र में कहा जाए तो म्यूच्यूअल फंड को मध्यम वर्गीय परिवार के लिए बनाया गया है जो कि महीने में सिर्फ 1000 से लेकर ₹3000 तक इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं ऐसे ही करोड़ों मध्यम वर्गीय परिवार अपने अपने ₹500 से लेकर ₹3000 तक इस म्यूच्यूअल फंड्स  में इन्वेस्टमेंट करते हैं

और यह म्यूच्यूअल फंड्स कंपनियां उन सभी के पैसों को लेकर बड़ी-बड़ी इन्वेस्टमेंट  के लिए मैनेज करती है ताकि अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सके और उस मध्यमवर्गीय परिवार को अधिक से अधिक लाभ दिया जा सके यह लाभ 12%  सालाना से लेकर 15%  तक होता है 

म्युचुअल फंड्स को मैनेज करने का कार्य बहुत बड़े-बड़े प्रोफेशनल फंड मैनेजर करते हैं जो आपको अच्छा रिटर्न प्राप्त करके देते हैं  

प्रोफेशनल म्युचुअल फंड मैनेजर 

प्रोफेशनल म्युचुअल फंड मैनेजर  एक ऐसे पेशेवर व्यक्ति होता है जो कि हमारे द्वारा  निवेश किए गए पैसों से बने हुए उस फंड को मैनेज करता है  और उसकी एक टीम होती है जो कि  उस फंड को बड़े-बड़े  कंपनियों में इन्वेस्टमेंट के लिए  तैयार करती है तथा अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिए प्रयासरत होती है ताकि निवेशकों को अच्छा फायदा हो सके

 

Mutual funds को कंट्रोल कौन करता है 

 दोस्तों  जैसा कि आपके मन में प्रश्न उठ रहा हुआ कि mutual funds कंट्रोल कौन करता है तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि mutual funds  को कंट्रोल SEBI  अर्थात  (Securities and exchange Board of India) करता है जो कि भारत सरकार द्वारा गठित एक संस्था है और यही  भारतीय शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट को कंट्रोल भी करता है

 और यह उन म्यूच्यूअल फंड कंपनियों को जांच था और पकता है कि कहीं यह ग्राहकों के साथ में या निवेशकों के साथ में कोई धोखाधड़ी है फ्रॉड तो नहीं कर रहे हैं और भारतीय निवेशकों को  नकली कंपनियों तथा  ठगी से  कुछ हद तक बचाती है

mutual funds की शुरुआत भारत में बहुत ही पहले हो चुकी थी अर्थात बहुत ही लंबे समय से भारत में mutual funds  मौजूद था लेकिन आम व्यक्तियों के बीच में इसकी ज्यादा जानकारी नहीं थी उस समय लोग ऐसा सोचते थे कि इन्वेस्टमेंट जैसे कार्य सिर्फ अमीर लोगों के होते हैं और उन्हीं के लिए यह फंड सोते हैं

 लेकिन अब कई सारे लोगों ने अपना मत बदला है  भारत के लोगों का दृष्टिकोण इन  विषयों के बारे में बदलने लगे हैं  और लोगों का रुझान इन्वेस्टमेंट के तरफ होने लगा है तथा इन्वेस्टमेंट के लिए म्यूच्यूअल फंड्स और शेयर मार्केट की तरफ कई सारे लोग आकर्षित हुए हैं

लोगों की सोच को बदलने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सस्ते इंटरनेट पैक्स और लोगों की उस mutual funds  के प्लेटफार्म तक की आसान पहुंच ने निभाई है मुझ पर फंड्स में हर कोई व्यक्ति कम से कम 500  रुपए महीने से शुरुआत कर सकता है

 

Mutual funds का इतिहास : mutual funds history in hindi

भारत में mutual funds  का गठन Reserve Bank of India अर्थात RBI तथा  Indian government भारतीय सरकार के पहल  के कारण Union Trust of India अर्थात UTI के गठन के साथ किया गया था  भारत में सर्वप्रथम mutual funds  का गठन सन 1963 में किया गया था

भारत में mutual funds का गठन मुख्य उद्देश्य आम भारतीय जनता को इन्वेस्टमेंट मार्केट से जोड़ने का था अर्थात इनका मुख्य उद्देश्य वह छोटे छोटे निवेशक थे जो कि हर महीने निवेश करना चाहते हैं और अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हो किसी प्रकार का घाटा ना खाना चाहते हो

भारत में UTI अर्थात Union Trust of India का गठन भारतीय संसद में एक विधेयक को पारित करके सन 1963 में किया गया था Union Trust of India की स्थापना Reserve Bank of India अर्थात RBI के द्वारा की गई थी

सन 1978 में कुछ कारणवश के UTI को Reserve Bank of India अर्थात RBI से अलग कर दिया गया इसके स्थान पर इसको भारतीय औद्योगिक विकास बैंक(IDBI)

को सौंप दिया गया अब इसको IDBI  मैनेज करती थी

   Mutual Funds full Detail in Hindi :- Mutual fund की जानकारी

दोस्तों में Mutual Funds के विकास  को हम कई चरणों में बांट सकते हैं समय-समय पर इसमें के बदलाव आते रहे हैं और समय आने पर इसने कई सारे बदलावों को अपनाया है

  1. Mutual Funds  का प्रथम चरण Mutual Funds के गठन के साथ  सन 1964 से प्रारंभ हुआ तथा 1987 तक रहा  इतने समय के  अंदर UTI  ने एक आम निवेशक या छोटे निवेशकों से 6700 cr  रुपए एकत्र कर लिए थे
  2. Mutual Funds का दूसरा चरण सन 1987 से प्रारंभ होकर  1993 तक चलता है  इस समय के भीतर पब्लिक सेक्टर फंड की शुरुआत हुई थी और कई सारे बैंकों को म्युचुअल फंड बनाने का मौका मिला और उन्होंने बनाए भी
  3. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक NONUTI नामक एक म्यूच्यूअल फंड से बनाया दूसरे चरण के लगभग लगभग खत्म  होते होते  इस फंड की  वैल्यू 6700 cr  से बढ़कर 47004 CR हो चुकी थी इस समय आम निवेशकों में बहुत ही ज्यादा उत्साह देखने को मिला था
  4. तीसरा चरण सन 1993 से शुरू होता है और 2003 तक चलता है इस समय प्राइवेट सेक्टर फंड को मंजूरी मिल चुकी थी और इसी समय में  आम निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा निवेश के अवसर मिले तथा अधिक लाभ कमाया
  5. Mutual Funds का चौथा चरण  2003 से प्रारंभ होकर अभी तक चल रहा है सन 2003 में UTI  को दो भागों में बांट दिया गया था
  6. SUUTI  तथा UTI जो कि SEBI  के बनाए गए नियमों के अनुसार ही कार्य करते थे
  7. 2009 में आए वैश्विक आर्थिक महामंदी ने सभी मार्केट को नीचे ला दिया इससे भारतीय निवेशक भी अछूते नहीं रहे उनको भी बहुत ही ज्यादा घाटा हुआ और लोगों का भरोसा मैचुअल फंड से कुछ कम होने लगा

लेकिन धीरे-धीरे समय अनुसार बाजार  दोबारा उसी स्थिति में आ गया तथा तथा 2016 में UTI  का  Assets management fund 15.6 trillion हो चुका था

इस समय Mutual Funds  के अंदर लगभग लगभग 5 से 6 करोड लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं जो कि इस समय तक का सर्वाधिक है और आगामी समय में आम निवेशक बढ़ते ही जाएंगे   लोगों के लिए Mutual Funds  एक सुरक्षित निवेश का केंद्र बन चुका है

Mutual Funds के प्रकार – mutual funds Type in Hindi

दोस्तों वैसे तो Mutual Funds   के कई प्रकार होते हैं लेकिन हम इन्हें मुख्य रूप से दो भागों में बांटते हैं

  •  संरचना के आधार पर Mutual Funds
  • Asset के आधार पर Mutual Funds

 

संरचना के आधार पर Mutual Funds के प्रकार निम्नलिखित है

ओपन एंडेड म्युचुअल फंड – Open ended mutual funds in Hindi 

इस प्रकार के Open ended Mutual Funds   के अंदर निवेशकों को  कोई भी फंड बेचने व खरीदने के लिए कोई भी समय सीमा निश्चित नहीं है निवेशक कभी भी अपने फंड बेच सकता है तथा खरीद भी  सकता है

इस प्रकार के फंड को निवेशकों द्वारा बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है क्योंकि इसमें कोई समय सीमा नहीं रहती है

Closed ended mutual funds in Hindi 

इस प्रकार के Closed ended Mutual Funds   के अंदर निवेशकों को एक निश्चित समय सीमा दिया जाता है कि आप उसी बीच में फंड्स को खरीद सकते हो और भेज सकते हो Closed ended Mutual Funds  में एक परिपक्वता अवधि होती है  इस प्रकार के फंड शेयर मार्केट में देखने को मिलते हैं और इन पर ट्रेडिंग की जाती है

 

  • Interval mutual funds

         इस प्रकार के Interval mutual funds  का निर्माण Open ended Mutual Funds और Closed ended Mutual Funds  से मिला कर किया जाता है अर्थात  इस प्रकार के म्यूचुअल फंड में हमें  उपरोक्त दोनों ही प्रकार की   म्युचुअल फंड्स की सुविधा प्रदान होती है

 हम इसमें  कभी भी फंड  की खरीदारी कर सकते हैं एवं बेच सकते हैं एक समय बाद  हम इसमें ट्रेडिंग भी कर सकते हैं

 दोस्तों अभी तक आपने जाना है कि  संरचना के आधार पर म्यूच्यूअल फंड्स के कितने प्रकार है उनकी क्या गुण हैं अब हम जाने वाले हैं कि Asset के आधार पर mutual funds  के प्रकार कितने हैं चलिए जानते हैं

 

म्युचुअल फंड के प्रकार – mutual fund ke prakar

Asset आधार पर Mutual Funds के प्रकार निम्नलिखित है

  • Debt mutual funds 

इस प्रकार के Debt फंड्स के अंदर निवेशकों का जोखिम बहुत ही कम होता है तथा इस प्रकार के फंड सरकारी बॉन्ड्स में इन्वेस्टमेंट करते हैं जैसे एसबीआई बॉन्ड,और अन्य सरकारी बॉन्ड्स में इन्वेस्टमेंट किया जाता है और इसमें निश्चित रिटर्न मिलता है

  • Liquid fund mutual funds

        इस प्रकार के  Liquid fund  निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प होता है इस प्रकार Liquid fund  कम समय वाले  loan  के अंदर इन्वेस्टमेंट करते हैं जिसके कारण कम समय में अच्छा रिटर्न दे देते हैं यदि आप भी कम समय के लिए इन्वेस्टमेंट  करना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है

 

  • Equity mutual funds 

         दोस्तों यदि आप लंबे समय तक लाभ पाना चाहते हो तो  ऐसे में Equity funds   आपके लिए बहुत अच्छे रहेंगे क्योंकि यह शेयर मार्केट के फंड होते  हैं इनमें जोखिम भरा होता है इसमें उतना ही लाभ होता है तो उतना ही घटा भी हो सकता है इसमें इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको एक अच्छे ब्रोकर की मदद लेनी चाहिए

  • Money market funds

                दोस्तों इस प्रकार के म्युचुअल फंड को  Money market funds  अंदर इन्वेस्टमेंट किया जाता है और यह फॉरेक्स ट्रेडिंग के अंदर ट्रेड करते हैं इसमें जोखिम न के बराबर होता है क्योंकि इसमें बहुत ही कम उतार चढ़ाव होते हैं

 

  • Balance mutual funds in Hindi 

    इस तरह के funds  के अंदर इक्विटी और Debt funds  का मिलाजुला रूप में आपको फायदा मिलता है  इसमें एक तरफ आपको बहुत ही ज्यादा रिटर्न मिलता है तो दूसरी तरफ आपकी आय स्थिर हो जाती है

इस फंड  के अलावा और भी Funds  होते हैं जो निवेशकों को बहुत ही ज्यादा लोग आते हैं और निवेशक उन में अपना निवेश करना चाहते हैं

 

Mutual fund kaise kharide – म्यूचुअल फंड कैसे शुरू करें

 दोस्तों आज के समय पर हमारी पहुंच बहुत ही बड़े बड़े बाजारों तक हो चुकी है ऐसे में  mutual funds को प्रोवाइड करने के लिए कई सारे प्लेटफार्म है और कई सारे ब्रोकर भी उपलब्ध है

 भारत में मुख्य Groww, up stocks ,ICICI Securities , जैसी डिजिटल प्लेटफॉर्म है आप वहां से आराम से अपना इन्वेस्टमेंट mutual funds   के अंदर कर सकते हो इनके लिए आपके पास में एक एंड्रॉयड फोन होना बहुत ही आवश्यक है जो कि 4G को सपोर्ट करता हो

प्ले स्टोर से आप इन एप्स को कभी भी डाउनलोड कर सकते हो और  अपने मोबाइल नंबर के द्वारा रजिस्टर करके और अपना अकाउंट बना करके आप इनका यूज कभी भी कर सकते हो Mutual fund me invest kaise kare

 

mutual funds के फायदे : Mutual funds Benefits in Hindi 


दोस्तों mutual funds के फायदे  कई सारे हैं लेकिन हम मुख्य मुख्य फायदे के बारे में बात करेंगे चली जानते हैं

सरलता (Easy to use)

 दोस्तों जब हम शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो हमारे लिए यह काफी जटिल हो जाता है उसके बारे में रिपोर्ट निकालना और अपने लेवल पर एनालिसिस करके इन्वेस्टमेंट के लिए तैयार होना लेकिन mutual funds में आपको ज्यादा कुछ करना नहीं होता है आप को mutual funds  कि सारी जानकारी मिल जाती है और रिपोर्ट भी टाइम टाइम मिलती रहती है

आप आसानी से mutual funds में  इन्वेस्टमेंट कर सकते हो और आराम से अपना पैसा इसमें से निकाल भी सकते हो इसका उपयोग करना बहुत ही आसान है

टैक्स में कमी (Low tax)

दोस्तों अक्सर शेयर मार्केट में हम पैसा लगाते हैं तो हमारे इनकम में से टैक्स करता है लेकिन mutual funds में  ऐसा नहीं है mutual funds में  हमारी इनकम जो होती है उसके अंदर से टैक्स बहुत ही कम करता है इसी वजह से यह लोगों में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय होता जा रहा है

दोस्तों यदि  यह कंपनी आपका डाटा इकट्ठा कर ले तो उसके जिम्मेदार आप होगे इसमें सरकार की कोई जवाबदारी नहीं होगी

 

सुरक्षित निवेश (Safe  investment )

 दोस्तों mutual funds में  हमारे इन्वेस्ट किए हुए रुपए बहुत ही ज्यादा सुरक्षित होते हैं क्योंकि अक्सर mutual funds में  ऐसे ही बोंस में इन्वेस्ट करते हैं जहां पर जोखिम ना के बराबर हो या बहुत ही कम हो और हमें निश्चित तौर पर रिटर्न देकर ही जाते हैं यह अक्सर Forex trading  और सरकारी बॉन्ड्स  में पैसा लगाते हैं 

दोस्तों mutual funds  के ऊपर SEBI  का पूरा कंट्रोल होता है जो कि हमारे देश के शेयर मार्केट को भी संभालते हैं ऐसे में हमारे इन्वेस्टमेंट सुरक्षित रहती है 

कम खर्चा (Affordable )

 दोस्तों आप यदि बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर लेना चाहते हो तो लेकिन आपके पास में पेमेंट ना होने कारण आपसे नहीं ले पाते लेकिन mutual funds में  ऐसी प्रॉब्लम नहीं होती है क्योंकि हमें एक निश्चित रिटर्न चाहिए होता है इसलिए हम किसी भी mutual funds में  इन्वेस्ट कर सकते हैं

 शेयर मार्केट में अक्सर इन्वेस्ट करने के लिए ब्रोकर दो से तीन पर्सेंट का सलाना चार्ज लेता है लेकिन mutual funds में  हमें अच्छी छूट मिल जाती है हमें एक लेवल तक कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता है उससे हमारा खर्चा बहुत ही कम होता है 

  • निवेश में विविधता (Diversification)

 दोस्तों हमें mutual funds में  सबसे ज्यादा यही फायदा होता है कि हमारे पास इन्वेस्टमेंट करने के लिए बहुत कुछ होता है या बहुत सारे क्षेत्रों में हम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं जहां पर जोखिम नाम मात्र का होता है या जोखिम न के बराबर होता है

दोस्तों कहते हैं इन्वेस्टमेंट एक अंडे की तरह होता है सारे ही अंडों को एक टोकरी में नहीं रख सकते क्योंकि एक टोकरी गिर भी जाए एक अंडा फूट जाएगा

यदि हम एक ही टोकरी में सारे अंडे रख देंगे अगर टोकरी गिर गई तो सारे अंडे फूट जाएंगे हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं रह जाएगा

तो दोस्तों आप समझ गए होंगे कि निवेश में विविधता क्या होती है 

  • प्रोफेशनल के द्वारा देखरेख(Professional management)

दोस्तों जब भी आप शेयर मार्केट में पैसा लगाते हो तो आपको बहुत ही ज्यादा उसके बारे में रिसर्च करना पड़ता है तथा अपने लेवल पर एनालिसिस करके अपनी रिपोर्ट निकालकर उसमें अपना इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है या किसी भी अच्छे ब्रोकर से चला ले सकते हो कि किस में इन्वेस्ट करें लेकिन

mutual funds में ऐसा नहीं होता है हमारे  लगाए हुए पैसे एक बहुत ही प्रोफेशनल इकोनामिक एडवाइजर  के संरक्षण में होते हैं और वह बहुत ही सोच समझ के हमारे पैसों को लगाते हैं तथा हमें रिटर्न लाकर देते हैं

 

Mutual fund के नुकसान – Mutual fund ke nuksan

 

ज्यादा रिटर्न नहीं

 दोस्तों  Mutual Fund  में  हमें ज्यादा रिटर्न नहीं मिलता है जितना कि हमें शेयर मार्केट और फॉरेक्स मार्केट में मिलता है  क्यों  म्यूच्यूअल फंड से इन्हें अलग-अलग जगह पर इन्वेस्ट करता है और तो उनमें इतना जोखिम नहीं होता है इसलिए इतना ज्यादा रिटर्न भी नहीं मिलता है

और हमें ज्यादा रिटर्न कमाने के लिए बहुत ही लंबा समय तक इंतजार करना पड़ता है हालांकि यह सेफ है इसमें घाटे की संभावना बहुत ही कम है

 

खर्चा ज्यादा

Mutual Fund को मैनेज करने  का चार्ज बहुत ज्यादा होता है  और ऊपर से रिटर्न बहुत ही कम मिलता है ऐसे में यदि आप  Mutual Fund   के अंदर इन्वेस्टमेंट करते हो तो और रिटर्न के समय पर आपसे सारा चार्ज काट लिया जाए तो आपके पास में इनकम बहुत ही कम होती है

ऐसे में जब  भी आप Mutual Fund में इन्वेस्टमेंट करने के बारे में सोच रहे हो तो ऐसे Mutual Fund के अंदर इन्वेस्टमेंट करें जिसमें चार्ज बहुत ही कम हो और रिटर्न भी कुछ अच्छा दे रहा हो

तो दोस्तों इस प्रकार हम  कह सकते हैं कि Mutual Fund के अंदर आपके लिए जोखिम बहुत कम है लेकिन रिटर्न भी बहुत कम है ऐसे में आप जान सकते हो कि हर चीज का अपना एक अलग फायदा होता है अपना एक अलग उकसान होता है अब वह चुनना चुनना आपकी मर्जी होती है

CONCLUSION

 आशा करता हूं कि आपको Mutual Funds  के बारे में जानकारी मिल गई होगी  और आप को Mutual Funds  के बारे में समझने में  मदद मिली होगी

 दोस्तों यदि आपको यह लेख अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों ग्रुप हो और अपने नजदीकी रिश्तेदारों में अवश्य शेयर करें ताकि उनको भी इस महत्वपूर्ण जानकारी  प्राप्त हो और इसका लाभ उठा सकें

म्यूचुअल फंड में पैसा डूब जाता है क्या?

म्युचुअल फंड की कोई भी गारंटी नहीं है लेकिन यह और सेक्टर से काफी अच्छा है अगर मार्केट काफी बुरी हालत में होता है तो आपका पैसा डूब सकता है लेकिन ऐसे चांस बहुत ही कम होते हैं

म्यूच्यूअल फंड का मतलब क्या होता है?

म्युचुअल फंड का मतलब ऐसे निवेश से है जहां बहुत सारे निवेशकों से पैसा लिया जाता है और इसे विभिन्न प्रकार के प्रोफेशनल फंड मैनेजर के द्वारा मैनेज किया जाता है

म्यूचुअल फंड क्या है कैसे काम करता है?

म्युचुअल फंड अपने आप में कोई काम नहीं करता है इसे प्रोफेशनल फंड मैनेजर के द्वारा मैनेज किया जाता हैप्रोफेशनल फंड मैनेजर निवेश किए गए पैसे को विभिन्न प्रकार के दूसरे सेक्टर में इन्वेस्ट करते हैं वहां से रिटर्न प्राप्त करते हैं

म्यूचुअल फंड में पैसा कितने दिन में डबल होता है?

म्युचुअल फंड में पैसे डबल होने की संभावना आपको मिलने वाले रिटर्न के ऊपरनिर्भर करता है अगर आपको अच्छा रिटर्न मिलता है तो आपका पैसा बहुत ही जल्दी डबल हो जाता है

म्यूचुअल फंड कब खरीदें?

आपको म्युचुअल फंड तब खरीदने चाहिए जब उनकी Nav (नेट एसेट वैल्यू) उनकी यूनिट कीमत से कम हो। जिससे आपको अच्छा रिटर्न प्राप्त हो सके

म्यूचुअल फंड कितने सुरक्षित हैं?

जब संपूर्ण मार्केट में गिरावट आती है तब ऐसी हालत में आपका निवेश संकट में हो सकता है और आपको रिटर्न कम प्राप्त हो सकता है लेकिन यह शेयर मार्केट से काफी ज्यादा सुरक्षित माना जाता है

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