Mutual Fund Ke Nuksan | Mutual Fund के नुकसान क्या है ? म्युचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट से पहले जरूर देखें

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Mutual Fund Ke Nuksan | Mutual Fund के नुकसान क्या है,Disadvantage of mutual fund in Hindi दोस्तों आज के समय Mutual Fund इन्वेस्ट के लिए बहुत ही अच्छा Option बनकर आ रहा है क्योंकि इसमें बहुत ही कम जोखिम होता है शेयर मार्केट की तुलना में इसलिए लोग ज्यादातर अपना पैसा सालाना 10 से 12% रिटर्न पाने के लिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं 

दोस्तों इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक अवश्य पढ़ें इसमें आप जाने वाले हो कि मुझे उस फंड में इन्वेस्टमेंट के नुकसान क्या है और आप नुकसान को किस प्रकार कम कर सकते हैं चलिए जानते हैं 

Mutual Fund के नुकसान क्या है - Mutual fund ke nuksan 

Mutual Fund के नुकसान क्या है ? Disadvantage Of Mutual Fund In Hindi

दोस्तों जिस चीज के या जिस इन्वेस्टमेंट कि आपके फायदे होते हैं उसके कुछ दूसरे नुकसान भी हो सकते हैं क्योंकि प्रत्येक वस्तु के दो पहलू होते हैं एक अच्छा और एक बुरा किसी में अच्छा ही ज्यादा होती है तो किसी में बुरा ही ज्यादा होती है लेकिन इसमें कुछ अच्छा ही ज्यादा है लेकिन कुछ नुकसान भी है चलिए जानते हैं Mutual Fund के नुकसान क्या है 

Mutual Fund के नुकसान क्या है :- Mutual fund ke nuksan 

 

  • रिटर्न की गारंटी नहीं :- No return guarantee

मुचल फंड में इन्वेस्टमेंट फिक्स डिपाजिट की तरह नहीं होता है कि आपको पक्का है कि आपको रिटर्न मिलेगा ही मिलेगा मुझे और फाइंड शेयर मार्केट से संबंधित होता है इसमें उतार-चढ़ाव भी होते हैं लेकिन मुचल फंड को प्रोफेशनल पेशेवर मैनेजर मैनेजमेंट करते हैं जिससे हमारा पोर्टफोलियो बना होता है फिर भी यह बिल्कुल पक्का और शेर नहीं होता है कि आपको म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट के बाद में रिटर्न मिलेगा ही मिलेगा 

 

  • अधिक खर्चे :- More expenses 

म्यूच्यूअल फंड को संभालने के लिए हमें एक फीस देनी होती है जिसे म्यूच्यूअल फंड को मैनेज करने वाले रखते हैं यदि आप म्यूचुअल फंड में लंबे समय तक के लिए इन्वेस्टमेंट करते हो तो आपको अधिक फीस देनी होती है यदि आपको कम समय के लिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करना होता है तो आपको कम फीस नहीं होती है इस प्रकार आपके अनचाहे खर्चे भी बढ़ जाते हैं 

  • एग्जिट लोड :- Exit load 

दोस्तों यदि आप म्यूच्यूअल फंड को 1 वर्ष के अंदर ही तोड़ देते हो अर्थात यदि आप एक बस के अंदर ही अपना बचपन से निकाल लेते हो तो आपको एग्जिट लोड देना होता है अर्थात एग्जिट पोल के रुप में 1% की राशि म्यूच्यूअल फंड मैनेजर को देना होता है 

यदि आप ₹100000 म्यूच्यूअल फंड से निकाल रहे हो तो आपको 1% देना होगा जो कि कुछ ₹1000 के समथिंग होता है 

  • लॉक इन अवधि :- Lock in time

 लॉक इन अवधि का मतलब होता है कि आपको म्युचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट किए गए पैसे एक निश्चित समय तक उसी में रखने होते हैं अर्थात लॉग इन करना होता है दोस्तों सभी म्यूच्यूअल फंड योजनाओं के ऊपर लौकी की सुविधा नहीं होती है यदि आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट किए गए पैसे को निकालना चाहते हो तो आपके निवेश पर आपको नुकसान हो सकता है 

  • मुचल फंड रिटर्न टैक्स :- Mutual fund return tax

म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न  पर आपको टैक्स देना होता है इस प्रकार आपकी कुल रिटर्न में से आप के मुनाफे का कुछ प्रतिशत हिस्सा कम हो जाता हैयदि आप 12 महीने की समय के हिसाब से इक्विटी में निवेश करते हो तो आपको 15% का टैक्स देना होता है

यदि आप सेम स्कीम में 12 महीने से अधिक के लिए इन्वेस्टमेंट करते हो तो आपको 10% टैक्स देना होता है जो कि आप के कुल मुनाफे का 10% होगाइसलिए आप हो सके तो जहां तक मुझे फंड में इन्वेस्टमेंट करते समय ध्यान रखें कि आप लंबे समय तक इन्वेस्टमेंट करें

 

  • नियंत्रण ना होना :- No control 

दोस्तों यदि हम जब म्युचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करते हैं तब मुचल फंड में लगाए गए पैसों पर हमारा किसी प्रकार से नियंत्रण नहीं रहता है उस पर हमारा केवल अधिकार रह जाता है और वह पैसा म्यूच्यूअल फंड को मैनेज करने वाले प्रोफेशनल पेशेवर मैनेजर मैनेज करते हैं 

वह अपने हिसाब से अपने मन की इच्छा के हिसाब से किसी भी फंड में या शेयर में अपना पैसा लगाते हैं हम किसी और तरीके से अपने पैसे पर पूर्ण नियंत्रण नहीं रख सकते हैं 

  • डायरेक्ट निवेश नहीं :- No direct investment

दोस्तों यदि आप मुचल फंड में इन्वेस्टमेंट करने के बारे में सोच रहे हो तो आपको थोड़ी तकनीकी जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक होती है जो मुचल फंड इन्वेस्टमेंट मैं आपको सहायता प्रदान कर सकें जिससे आप आसानी से म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकें

अगर निवेशक को इन चीजों की जानकारी नहीं होती है तो उसका डायरेक्ट निवेश करना एक नुकसान वाला कदम हो सकता है 

 

  • गलत योजना का चुनाव :- Wrong scheme 

भारत में हजारों म्युचुअल फंड स्कीम संचालित हो रही है  म्यूच्यूअल फंड स्कीम की संख्या लगभग 1800 से ऊपर है निवेशकों को अपनी स्कीम अर्थात म्युचुअल फंड योजनाओं को चुनने के लिए बहुत ही टेक्निकल और फंडामेंटल्स करना चाहिए

लोग अक्सर किसी भी कंपनी के फंड का चुनाव उसकी पुरानी परफॉर्मेंस के हिसाब से कर लेते हैं ना कि उसके भविष्य में करने वाले या होने वाले परफॉर्मेंस के हिसाब से इस बार वह गलत योजना का चुनाव कर लेते हैं 

  • विविधता :- Diversification

मुचल फंड में विविधता बहुत होती है अर्थात डायवर्सिफिकेशन बहुत होती है कभी-कभी एक निवेशक को विविधता के कारण नुकसान उठाना पड़ सकता है 

जैसे कभी कभी किसी स्टॉक के दाम दुगने हो जाते हैं तो आपका पैसा दो ना नहीं होता है क्योंकि फंड मैनेजर के द्वारा आपका पैसा अलग अलग एसेट में लगाया जाता है और आप बड़े मुनाफा कमाने से रह जाते हो 

 

म्यूचुअल फंड में नुकसान कब होता है

म्युचुअल फंड में सबसे ज्यादा नुकसान तब होता है जब शेयर मार्केट में गिरावट देखने का मिलती है

म्यूचुअल फंड में पैसा डूब जाता है क्या?

हाँ, म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है, लेकिन यह एक निवेश के साथ साथ होने वाला जोखिम होता है, और इसके साथ वापसी की कोई गारंटी नहीं होती

म्यूचुअल फंड में पैसा कब तक रखना चाहिए?

किसी भी म्युचुअल फंड में आप अपना पेज को लगभग 5 साल तक रख सकते हैं

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